यह औषधि अतिरिक्त बीपी, स्नेक बाइट, मोटापा, लिवर, पीसीओडी और त्वचा जैसी कई गंभीर बीमारियों में बेहद लाभकारी है.

1-जलपत्ती

इसका प्रयोग पाचन तंत्र को मजबूत बनाने और मूत्र पथ, आंत, किडनी में पत्थरी और आंख रोग में लाभकारी है।

2-Dianthus plant

दमनक के पत्ते खाने में कड़वे, सूजन, घाव भरने में मददगार, पेशाब संबंधी रोग, भूख न लगना, पाचन, बुखार, और खून की कमी में फायदेमंद है।

3- दमनक

भद्राचूर, या तिरुकैल्ली, खांसी, जुकाम, अस्थमा, कान दर्द, दांत दर्द, और दस्त में उपयोग होती है। जूस से दस्त रुकता है और छिलका फ्रैक्चर स्थान में सिकाई से राहत मिलती है।

4-तिरुकैल्ली

यह औषधि अतिरिक्त बीपी, स्नेक बाइट, मोटापा, लिवर, पीसीओडी, और त्वचा जैसी गंभीर बीमारियों में लाभकारी है।

5-गुड़मार औषधि